रोमियो और जूलियट (नाटक कहानी के रूप में) : विलियम शेक्सपियर
यह कहानी वेरोना नामक राज्य की कहानी है जिसके राजकुमार प्रिंस एस्कलस थे। इसी राज्य में दो प्रसिद्ध ख़ानदान रहते थे। एक थे कैपलेट और दूसरे मोंटेंग। दोनो ख़ानदान हमेशा एक दुसरे को नीचा दिखाने के लिये आपस मे लड़ते रहते थे।
इन दोनो ख़ानदानों की लड़ाईयाँ पूरे वेरोना राज्य में मशहूर थी। मोंटेंग परिवार में एक रोमियो नाम का लड़का था, जो एक बार कैपलेट परिवार की पार्टी में भेष बदल कर अपने दोस्त वेन्वोलियो के साथ गया। वहाँ पर बहुत ही सुन्दर-सुन्दर लड़कियाँ नृत्य कर रही थी।
तभी रोमियो की नज़र एक बहुत ही खूबसूरत लड़की पर पड़ी, जिसे देख कर वह मंत्रमुग्ध हो गया। देखते ही देखते वह उस लड़की से पहली नज़र में ही प्यार करने लग गया। उस लड़की का नाम जूलिएट था। वह भी रोमियो को देख रही थीं।
रोमियो अपने दोस्त वेन्वोलियो से उस लड़की की तारीफ कर ही रह था कि उस लड़की के चचेरे भाई टॉयबाल्ट ने उसकी आवाज सुन ली और उसको पहचान गया कि वह मोंटेंग परिवार का रोमियो है। टॉयबाल्ट बहुत गुस्सा हुआ और वह अपनी तलवार निकलने ही वाला था परन्तु पार्टी में उपस्थित सभी लोगो को देखकर रुक गया।
कुछ समय बाद जब पार्टी खत्म हुई तो सब लोग जाने लगे लेकिन रोमियो, जूलिएट के कमरे के पास छुपकर उसकी बातें सुनने लगा। जूलिएट अपनी सहेलियों से रोमियो के बारे में बता रही थी और उसकी तारीफ़ कर रही थी।
उसने ये भी बात कही कि मैं उसे पसंद करने लगी हूँ। जिसे सुनकर रोमियो उसके सामने गया और बोला “मैं भी तुम से प्यार करने लगा हूँ।” अचानक रोमियो को देखकर जूलिएट घबरा गई और उससे जाने के लिए कहा। फिर भी रोमियो वही खड़ा रहता हैं और जूलिएट से कहता हैं कि “मैं तुम्हारे लिए कोई भी ख़तरा उठाने को तैयार हूँ।
अगर तुम्हें मेरा नाम या धर्म नही पसन्द है, तो मैं उसे भी छोड़ने के लिए तैयार हूँ।” दोनों एक दूसरे का साथ निभाने का वादा करते हैं और शादी के लिए राज़ी हो जाते हैं। वहाँ से निकल कर रोमियो फ्रिअर लॉरेंस से मिलने गया, जो कैपलेट और मोंटेंग दोनों परिवारों के अच्छे मित्र थे।
रोमियो ने अपने दिल की सारी बात उन्हें बताई और उनसे बोला ”मैं जूलिएट से शादी करना चाहता हूँ।” यह सुनकर फ्रिअर लॉरेंस ने सोचा की अगर मैं इन दोनों की शादी करा देता हूँ तो दोनों परिवारों की दुश्मनी ख़त्म हो जाएगी इसलिए उन्होंने दोनों की शादी करने का मन बना लिया।
एक दिन जब रोमियो अपने दोस्त वेन्वोलियो के साथ शहर में घूम रहा था तभी उसकी मुलाक़ात टॉयबाल्ट से हुई। टॉयबाल्ट उन दोनों को देखकर बहुत गुस्सा हुआ और उन्हें अपशब्द कहने लगा। धीरे-धीरे बात इतनी बढ़ गई कि दोनों तलवारबाजी करने लगे, जिसमें टॉयबाल्ट की मौत हो गई। यह ख़बर पूरे राज्य में फैल गई।
वेरोना के राजकुमार प्रिंस एस्कलस ने टॉयबाल्ट की हत्या करने के ज़ुल्म में रोमियो को वेरोना राज्य से बाहर निकल जाने की सज़ा सुनाई। यह ख़बर सुनकर जूलिएट को पहले तो बहुत गुस्सा आया कि रोमियो ने मेरे भाई को क्यों मार दिया। फिर उसने सोचा कि जरूर टॉयबाल्ट ने कोई गलती की होगी।
सज़ा होने के बाद रोमियो फिर से फ्रिअर लॉरेंस के पास गया और उनसे सारी बात बताते हुए कहा कि “मैं जूलिएट से बहुत प्यार करता हूँ, मैं उसी से शादी करूँगा।” फ्रिअर लॉरेंस ने रोमियो की सारी बातें सुनकर उससे कहता है कि “मैं तुम्हारी शादी जूलिएट से करूँगा, ये मेरा वादा हैं लेकिन तुम राज्य छोड़कर जाने से पहले एक बार जूलिएट से मिल लो और उसको खुद के लौटने का यक़ीन दिला दो।” रोमियो, जूलिएट के पास जाता है। वो दोनों पूरी रात एक दूसरे को ढेर सारा प्यार करते हैं लेकिन दोनों बहुत ही उदास थे क्योंकि सुबह होते ही रोमियो को राज्य छोड़कर जाना था।
अगले दिन जब रोमियो चला गया तो जूलिएट के माता-पिता ने उससे बताया कि उसकी शादी एक पेरिस नाम के लड़के से करने का निश्चय किया है। जूलिएट ने टॉयबाल्ट की मौत का बहाना बताते हुए शादी से इंकार कर दिया।
परन्तु उसके माता-पिता ने उसकी नही सुनी और कहा कि पेरिस के साथ तुम्हारी शादी इसी हफ़्ते होगी। यह सुनकर जूलिएट बहुत बेचैन हो गई, उसे कुछ भी समझ में नही आ रहा था कि वो क्या करे। बहुत परेशान होकर जूलिएट भी फ्रिअर लॉरेंस के पास गई और अपनी सारी बात उनसे बताईं।
फ्रिअर लॉरेंस ने जूलिएट की सारी बातें सुनने के बाद उससे कहा कि तुम अपने घर जाओ और मैं तुम्हें एक दवा देता हूँ जिसे तुम शादी के एक दिन पहले खा लेना। उसके बाद 42 घंटे तक तुम्हारी साँसे रुक जाएँगी।
जिसके कारण तुम्हारे परिवार वाले तुम्हें राज्य के कब्रिस्तान में ले जाकर दफ़नाएँगे। थोड़ी देर बाद मैं और रोमियो आकर तुम्हें निकाल लेंगे फिर तुम दोनों शादी करके इस राज्य से चलें जाना।
जूलिएट दवा लेकर घर चली जाती हैं और पेरिस से शादी करने के लिए हाँ कर दिया। जब पेरिस, जूलिएट को लेने आने वाला था, उस दिन के पहले वाली रात को ही जूलिएट ने वो दवा खा ली।
सुबह जब पेरिस आया तो उसने देखा कि जूलिएट की मौत हो चुकी थी। उधर फ्रिअर लॉरेंस नें रोमियो को लेनें के लिए एक दूत भेजा था। लेकिन उसे पहुँचने से पहले ही जूलिएट की मौत की ख़बर रोमियो तक पहुँच जाती हैं।
रोमियो यह ख़बर सुनकर बहुत बेचैन हो गया और सोचता हैं कि अब मैं भी मर जाऊँगा। वह कब्रिस्तान की तरफ निकल पड़ता है और रास्ते में एक ज़हर की बोतल ले लेता हैं। कब्रिस्तान पहुँच कर वह ताबूत खोलने की कोशिश करता है।
जिसे देखकर पेरिस उसे रोकता हैं लेकिन वह नही मानता। रोमियो ताबूत खोल कर जूलियट को जी भर देखता हैं, उसे प्यार करता हैं फिर वो सोचता हैं कि जब मेरी जूलिएट ही इस दुनिया मे नही रही तो मैं यहाँ रह कर क्या करूँगा। वह ज़हर निकल कर पी लेता हैं, जिससे वह मर जाता हैं।
थोड़ी देर बाद जब जूलिएट को होश आता हैं तो वह देखती हैं कि उसका रोमियो मर चुका हैं तभी वहाँ फ्रिअर लॉरेंस भी आ जाता हैं। वह जूलिएट को बहुत समझने की कोशिश करता हैं लेकिन जब जूलिएट ज़हर की खाली बोतल देखती है तो वह सब समझ जाती हैं और रोमियो के होठों को चूमने लगती हैं ताकि उसके होंठो पर लगा ज़हर उसके अंदर चला जाये और वो भी मर जाये। लेकिन उसके होंठो पे बहुत कम ही ज़हर था जिससे उसका असर कम हुआ तभी जूलिएट ने अपने पास रखें खंज़र को निकाल कर खुद को खत्म कर लिया।
इन दोनों की मौत के बाद दोनों खानदानों ने अपनी दुश्मनी ख़त्म कर दी। दोनों परिवारों ने मिलकर रोमियो और जूलिएट की एक बहुत बड़ी मूर्ति बनवाईं।
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