STYARTH PRKASH -DYANAND
HINDI
v सत्यार्थ
प्रकाश (हिन्दी) महर्षि दयानंद सरस्वती
v सत्यार्थ
प्रकाश भूमिका महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती
v सत्यार्थ
प्रकाश प्रथम समुल्लास, महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती
v सत्यार्थ प्रकाश, द्वितीय समुल्लास, महर्षि
स्वामी दयानंद सरस्वती
v सत्यार्थ
प्रकाश महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती तृतीय समुल्लास
v सत्यार्थ
प्रकाश चतुर्थ समुल्लास महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती
v
सत्यार्थ
प्रकाश महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती पञ्चम समुल्लास
v सत्यार्थ
प्रकाश षष्ठसमुल्लास महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती
v सत्यार्थ
प्रकाश सप्तम समुल्लास महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती
v सत्यार्थ
प्रकाश अष्टम समुल्लास महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती
v सत्यार्थ
प्रकाश नवम समुल्लास महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती
v सत्यार्थ
प्रकाश दशवें समुल्लास महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती
v सत्यार्थ
प्रकाश एकादश समुल्लास महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती
v सत्यार्थ
प्रकाश द्वादश समुल्लास महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती
v सत्यार्थ
प्रकाश त्रयोदश समुल्लास महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती
v सत्यार्थ
प्रकाश चौदहवें समुल्लास महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती
STYARTHA PRKASH IN
ENGLISH
Hindi Artical हिन्दी विभीन्न विषयों पर लेख
भारतवर्ष का वर्णन---भुवनकोश वर्णन
आत्मिक प्रगति का ककहरा (पं श्री राम शर्मा)
जब दुनीया आपकी शत्रु है, तो आप स्वयं के मित्र बने।
आज की आधुनिका शिक्षा घरों को वेश्यालय बना रही है।
पागलपन या विक्षिप्तता ईश्वर के साक्षात्कार का सुचक है।
दो आदर्श ब्रह्मचारी भीष्म एवं हनूमान
ज्ञान विज्ञान ब्रह्मज्ञान ईश्वर साक्षात्कार की सबसे सहज प्रक्रिया
पापपूर्ण पापात्माओं से स्वयं को मूक्त करे
पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पूर्णमुदच्यते । पूर्णस्य पूर्णमादय
पूर्णमेवसिष्यते
ज्ञान और अज्ञान का अतिक्रमण ही जीवन का शाश्वत मार्ग है
ज्ञानवापी मस्जिद में आखिर शिवलिंग मिल गया
ब्रह्म ब्रह्मचर्य ब्रह्मज्ञान = ब्राह्मण अर्थात पृथ्वी पति कैसे बने?
हिन्दू धर्म अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है
स्वप्न विद्या के भारतीय सिद्धान्त
वेद संपूर्ण विश्व का भविष्य है
बुद्धि से ब्रह्मण्ड का और हृदय से ब्रह्म का साक्षात्कार
वेद ऋषि द्रष्टा अग्नि, वायु, अङ्गीरा, और आदित्य
सृष्टि की कथा From Aitareya
Upanishad
अथ सृष्टि उत्पत्ति व्याखयास्याम्
परमेश्वर ने दर्शन देने का वादा किया
जीवन संग्राम -1, मिर्जापुर का परिचय
पर्मार्थ कि यात्रा के सुक्ष्म सोपान
श्रेष्ट मनुष्य समझ बूझकर चलता है"
पुरुषार्थ और विद्या- ब्रह्मज्ञान
वैदिक विद्वान वैज्ञानिक विश्वामित्र के द्वारा अन्तरिक्ष में स्वर्ग कीस्थापना
वैदिक ऋषियों का सामान्य परिचय-2
–वैदिक ऋषि अंगिरस
वैदिक इतिहास महाभारत की सुक्ष्म कथाः-
वैदिक ऋषियों का सामान्य परिचय-1
इन्द्र और वृत्त युद्ध- भिष्म का युधिष्ठिर को उपदेश
दुनिया के चौंकाने वाले अनसुलझे रहस्य Unsolved Mysteries of the World:
साधन से सफलता कैसे मिले? कर्म और भाग्य
विज्ञान के आश्चर्यजनक तथ्य |
Amazing Science Facts in Hindi
विज्ञान के कुछ रोचक तथ्य और जानकारी
प्रकृति के अनसुलझे रहस्य-दुनिया का लक्ष्मण रेखा
क्या नील आर्मस्ट्रांग सचमुच चांद पर पहुंचे थे?
सिर कटा भूत का रहस्य-sir kata
bhoot Ka rahasya
इतिहास की रहस्यमय घटनाएं- रूआना और नरबलि
अद्भुत रहस्यमय घटनाएं-एने बोलेन का सिर कटा भूत
अद्भुत रहस्यमय घटनाएं-प्रेतात्मा का प्रतिशोध
भूतों का रहस्यमय सच्ची घटनाएँ-भूतों का पसंदीदा देश है ब्रिटेन
अनसुलझे रहस्य-हिमालय में अमरत्व
पुनर्जन्म की सच्ची घटना-विदेशों में पुनर्जन्म
रहस्य जो सुलझ न सके-हिम मानव हकीकत है!
अनसुलझे रहस्य-मृत्यु के उपरांत जीवन का रहस्य
ब्रह्माण्ड का कोई केन्द्र नही है!
2021 रसायन नोबेल पुरस्कार :बेजामिन लिस्ट तथा डेविड मैकमिलन
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप(JWST)
हिंदी में महिला सशक्तिकरण पर निबंध
जीवन क्या है, साक्षात
मृत्यु का तांडव है,
अनियंत्रित और नियंत्रीत मन में अंतर
जीवन जंग हैं, यदि
जिंदा रहना है, तो रोज इस संग्राम को लड़ना होगा
संसार में सत्यवादियों के साथ अन्याय क्यों होता है।
संसार है, या
नहीं है, संसार का सत्य क्या है?, अथवा
केवल भ्रम है।
आत्मबल और शारीरिक बल में क्या अंतर है?
विक्रमोर्वशीयम् कालिदास रूपांतरकार - श्री विष्णु प्रभाकर
मानव अस्तित्व लुप्त होने की कगार पर उपस्थित हो चुकी है।
क्या स्वामी दयानन्द कृत संस्कार विधि फलित ज्योतिष पर आधारित है?
संस्कृत नाटक की उत्पत्तिः उद्भव और विकास
भारतीय धर्म-दर्शन की परंपरा और भक्ति आंदोलन -1
मेर जीवन के उद्धार का प्रथम सोपान
सफलता केसूत्र (Formula of
success)
वेद हमारी संस्कृति के मूलाधार हैं ।
हम भारतीय हैं हमारे पास हर समस्या का समाधान है
प्राचीन गुरुकुल शिक्षा विधि की पुनर्स्थापना
समस्या का समाधान नहीं है समस्या के साथी ही जिना है
मेरे मन तूने मुझे बहुत अधिक निराश किया
हम सब जानते हैं कि हम सब मरने वालें हैं फिर किसी को मारते क्यों हैं?
मुझे मेरी मृत्यु भयभित कर रही हैं,
क्योंकि मुझे जीवन में आनंद दिख रहा है।
हमारे शरीर का शत्रु ज्ञान हीं है।
शरीर विज्ञान और मृत्यु का रहस्य
एक ब्रह्मा से ही उत्पन्न देवता और दैत्य
आवरा
हूं मुझे क्षमा करना ऐ जीन्दगी
हम ही
शत्रु स्वयं के परम मीत्र भी हम ही है
ब्रह्माण्ड
में पृथवी की उत्तपत्ती
ब्रह्माण्ड
की उत्तपत्ती और वेद
दृश्य का
आधार अदृश्य और अदृश्य में प्रवेश का मार्ग दृश्य जगत ही है।
चिंता 'चिता' समान और चिंतन 'अमृत' की तरह
भारत
में बसने वाले दोगली नस्ल भारतियों के महान शत्रु
धन्यवाद
अदृश्य परमेंश्वर के लिये
अथ
सृष्टि उत्पत्ति व्याखयास्याम की माप तौल का उत्तर
धर्मात्मा
महाराज जटायु कोई पक्षी गिद्ध नहीं – क्षत्रिय वर्ण के
मनुष्य थे
क्या
हनुमान जी सचमुच पर्वत उठा लाये थे ?सीता की उत्पत्ति – मिथक से सत्य की और
मर्यादा
पुरुषोत्तम श्री राम का जन्मकाल
रामायण
में वर्णित लक्ष्मण रेखा का मिथक – सुलक्षण रेखा की
सच्चाई
‘श्री राम की तरह भरत जी का जीवन भी पूजनीय एवं अनुकरणीय’
‘राम के मित्र महावीर हनुमान का
आदर्श व अनुकरणीय जीवन’
महाभारत
की १८ अक्षोहिणी सेना और कुरुक्षेत्र का क्षेत्रफल
द्रौपदी
का चीरहरण – मिथक से सत्यता की ओर
क्या
अर्जुन के रथ पर हनुमान जी विद्यमान थे ?
योगेश्वर
श्री कृष्ण और १६ कलाएं तथा जन्माष्टमी
संन्यास
ग्रहण की आवश्यकता क्या है?
ईश्वर
की सिद्धि में प्रत्यक्षादि प्रमाण सिद्ध नहीं हैं
सृष्टि
उत्पत्ति क्यों और कैसे ? मानव का प्रादुर्भाव कहाँ?
‘सूक्ष्म ईश्वर स्थूल न होने के
कारण आंखों से दिखाई नहीं देता’
स्वरसवाही
विदुषोऽपि तथा रूढोऽभिनिवेशः
यस्मिन्
सर्वाणि भूतान्यात्मैवाभूत् विजानतः।
सोम
का वास्तविक अर्थ और सोमरस का पाखंड
मान्यता
आत्मा परमात्मा का अविश्वास
त्रैतवाद
(ज्ञान विज्ञान ब्रह्मज्ञान) का एक वैज्ञानिक विवेचन
ज्ञान
विज्ञान ब्रह्मज्ञान: Sex to meditation
ज्ञान
विज्ञानं ब्रह्मज्ञान को कोई शब्द या नाम पूरी तरह से इसे परिभाषित नहीं कर सकते
जीवन
एक अद्भुत भ्रम
ज्ञान
विज्ञान ब्रह्मज्ञान: अहम् इन्द्रं न शरीरंम्, यस्मिन्सर्वाणि
भूतान्यात्म...
सुर्यआत्मा
जगतस्तथुषश्च सर्वज्ञ।।: अहम् इन्द्रं न शरीरंम्, यस्मिन्सर्वाणि
भूतान्यात्म...
सुर्यआत्मा जगतस्तथुषश्च सर्वज्ञ।।: Mind of man
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