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सुप्रीम कोर्ट और लोकतंत्र का कमाल💥

💥सुप्रीम कोर्ट और लोकतंत्र का कमाल💥

✔️जज : क्या तुमने नारा लगाया था कि भारत के टुकड़े-टुकड़े हो जाएंगे.....?
आरोपित:जी हां

✔️जज: क्या तुमने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया था?
आरोपी:जी हां

✔️जज: आपने राष्ट्रगान और राष्ट्रीय ध्वज का विरोध और अपमान किया.....?
आरोपित:-जी हां

✔️जज: क्या आपने आतंकवाद और नक्सलवाद का समर्थन किया.....?
आरोपित: जी हां

✔️जज: क्या आपने सेना, पुलिस के खिलाफ हथियार उठाने का समर्थन किया था.....?
आरोपित: जी हां

✔️जज: क्या आपने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया......?
आरोपित: जी हां

✔️जज: क्या तुमने भारत में पाकिस्तान का झंडा फहराया.....?
आरोपित: जी हां जज साहब, मैंने ये सब किया है।

✔️जज: तुमने ऐसा क्यों किया, क्या तुम इस देश के नागरिक नहीं हो, जानते हो इस देशद्रोह की सजा क्या है......?
✔️आरोपी: जी हाँ जज साहब मैं इन सबसे परिचित हूं और यह मैंने बहुत सोच समझकर किया है...

इससे पहले मैं गुमनाम व्यक्ति था, छोटी-छोटी चीजों के लिए तरसता था, लेकिन जब से मैंने ऐसा किया है, तब से मैं सम्माननीय लोगों की श्रेणी में आ गया हूँ। राहुल, सोनिया, लालूपुत्र, माया, अखिलेश, ममता, पवार, देवेगौड़ा, येचुरी, अब्दुल्ला, केजरीवाल जैसे राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के बड़े नेता मुझसे मिलने के लिए बेचैन हैं ! मेरे पास दिन भर फोन आ रहे हैं, कोई न कोई रोज सुबह-शाम मुझसे मिलने आता है...
अच्छे अच्छे राजनीतिक विश्लेषक मेरी विचारधारा पर बहस कर रहे हैं। रवीश कुमार, राजदीप सरदेसाई, बरखा दत्त, प्रसून जोशी और शेखर गुप्ता जैसे पत्रकार मेरी प्रशंसा कर रहे हैं, प्रिंट मीडिया में मुझ पर लेख लिखे जा रहे हैं, टीवी चैनलों पर मुझ पर बहस हो रही है।

जज साहब, कल मुझे छोटी सी नौकरी की चिंता थी लेकिन आज बड़ी बड़ी पार्टियों से विधानसभा और संसदीय चुनाव लड़ने के प्रस्ताव आ रहे हैं...
पता नहीं कहाँ से, लेकिन करोड़ों रुपये मेरे खाते में आ गए....

✔️जज: लेकिन ये देशद्रोह है, आप पर देशद्रोह का मुकदमा चल सकता है.....

आरोपित: कोई बात नहीं.....कपिल सिब्बल, मनु सांघवी, प्रशांत भूषण जैसे देश के जाने माने धुरंधर वकील जिन्होंने याकूब मेमन, कसाब और अफजल का बचाव किया था, मुझे इस सबसे बाहर निकालने के लिए तरस रहे हैं....

मुझे दोषी ठहराने में पहले तो निचली अदालत में ही 20 साल लग जाएंगे, फिर मैं उच्च न्यायालय जाऊंगा, फिर सुप्रीम कोर्ट और हो सकता है इस बीच मैं एमएलए, एमपी या फिर मंत्री भी बन जाऊंगा तो ऐसे कैसे से मुझे क्या परेशानी है...... ???

✔️जज साहब खड़े होकर: मैं आपको सेल्यूट करता हूँ। आपके विचारों का सम्मान करता हूँ।आपको अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। आप भटके हुए हो, आपको सुधरने का मौका मिलना चाहिए।

यह लेख कोई मजाक नहीं है !

कन्हैया, जिग्नेश,उमर खालिद, शीला, राशिद, हार्दिक, अल्पेश, ओवैसी, आजम और अजमल जैसे ऐसी ही हरकतों से  नेता बने हैं !

धन्य है हमारा लोकतंत्र और यहां की जनता !

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