🕉️🙏ओ३म् सादर नमस्ते जी 🙏🕉️
🌷🍃 आपका दिन शुभ हो 🍃🌷
दिनांक - - २२ दिसम्बर २०२४ ईस्वी
दिन - - रविवार
🌗 तिथि -- सप्तमी ( १४:३१ तक तत्पश्चात अष्टमी )
🪐 नक्षत्र - - उत्तराफाल्गुन ( पूर्ण रात्री तक )
पक्ष - - कृष्ण
मास - - पौष
ऋतु - - हेमन्त
ऋतु - - उत्तरायण
🌞 सूर्योदय - - प्रातः ७:१० पर दिल्ली में
🌞 सूर्यास्त - - सायं १७:२९ पर
🌗चन्द्रोदय -- २४:१३ पर
🌗 चन्द्रास्त १२:०१ पर
सृष्टि संवत् - - १,९६,०८,५३,१२५
कलयुगाब्द - - ५१२५
विक्रम संवत् - -२०८१
शक संवत् - - १९४६
दयानंदाब्द - - २००
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🚩‼️ओ३म्......!
🕉️🚩सत्य सनातन वैदिक धर्म के १० सुत्र
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🌷१.प्रश्न :- तुम कोैन हो?
💐 उत्तर :- भारतीय याने आर्य ।
🌷२. प्रश्न :- तुम्हारा धर्म क्या है?
💐 उत्तर :- सत्य सनातन वैदिक धर्म
🌷३. प्रश्न :- तुम्हारे धर्म ग्रंथ क्या है?
💐 उत्तर :- चार वेद, चार उपवेद, चार ब्राह्मण ग्रंथ, छ: वेदांग, ग्यारह उपनिषद, छ: दर्शन शास्त्र, मनुस्मृति, बाल्मिक रामायण, व्यास कृत महाभारत, सत्यार्थ प्रकाश, ऋगवेदादिभाष्यभूमिका।
🌷४. प्रश्न :- तुम्हारे धर्म का चिन्ह क्या है?
💐 उत्तर :- चौटी और जनेऊ।
🌷५. प्रश्न :- तुम्हारे धर्म की प्रथम आज्ञा क्या है?
💐 उत्तर :- सत्यंमवद् धर्मचर ।
🌷६. प्रश्न :- तुम्हारे धर्म का मूलमंत्र क्या है?
💐 :- वेदों मंत्र गायत्री ।
🌷७. प्रश्न :- तुम्हारे धर्म का स्वभाव क्या है?
💐 उत्तर:- अहिंसा ।
🌷८ :- .तुम्हारे धर्म का कर्म क्या है?
💐 उत्तर :- धर्मो धना उपाजना दानं ।
🌷९. प्रश्न :- तुम्हारे धर्म का सिद्धांत क्या है?
💐 उत्तर :- कृण्वन्तो विश्वमार्यम्, विश्व का कल्याण हो I
🌷१०. प्रश्न :- तुम्हारे धर्म के लक्षण क्या है?
💐 उत्तर :- दस लक्षण निम्न हैं।....
१.धीरज २.क्षमा ३.विश्वास। ४.चौरी न करना ५.शुद्धी ६.सदाचार ७.सुविचार ८.विद्या ९.सत्य १०.क्रोध न करना।
घृति: क्षमा दमो्ऽस्तेयमं शौचमिन्द्रियनिग्रह:।
धीर्विद्या सत्यमक्रोधो दसकं धर्म लक्षणम् ( मनुस्मृति ६|९२ )
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🚩‼️भृर्तहरि श्लोक ‼️🚩
🌷 निन्दन्तु नीतिनिपुणा यदि वा स्तुवन्तु ।
लक्ष्मी: समाविशतु गच्छतु वा यथेष्टम् ।।
अधैव वा मरणमस्तु युगान्तरे वा ।
न्याय्यात्पथ: प्रविचलन्ति पदं न धीरा: ।। ( भर्तृहरि )
💐अर्थ :- नीति को जानने वाले लोग चाहें निन्दा करें या प्रशंसा , धन आय या जाए, मृत्यु अभी आ जाए या चिरकाल के बाद आए प्रन्तु धैर्यवान् लोग न्याय के मार्ग से विचलित नही होते ।
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🔥विश्व के एकमात्र वैदिक पञ्चाङ्ग के अनुसार👇
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🙏 🕉🚩आज का संकल्प पाठ 🕉🚩🙏
(सृष्ट्यादिसंवत्-संवत्सर-अयन-ऋतु-मास-तिथि -नक्षत्र-लग्न-मुहूर्त) 🔮🚨💧🚨 🔮
ओ३म् तत्सत् श्रीब्रह्मणो द्वितीये प्रहरार्धे श्रीश्वेतवाराहकल्पे वैवस्वतमन्वन्तरे अष्टाविंशतितमे कलियुगे कलिप्रथमचरणे 【एकवृन्द-षण्णवतिकोटि-अष्टलक्ष-त्रिपञ्चाशत्सहस्र- पञ्चर्विंशत्युत्तरशततमे ( १,९६,०८,५३,१२५ ) सृष्ट्यब्दे】【 एकाशीत्युत्तर-द्विसहस्रतमे ( २०८१) वैक्रमाब्दे 】 【 द्विशतीतमे ( २००) दयानन्दाब्दे, काल -संवत्सरे, रवि- उत्तरायणे , हेमन्त -ऋतौ, पौष - मासे, कृष्ण पक्षे,सप्तम्यां
तिथौ,
उत्तराफाल्गुन नक्षत्रे, रविवासरे
, शिव -मुहूर्ते, भूर्लोके जम्बूद्वीपे, आर्यावर्तान्तर गते, भारतवर्षे ढनभरतखंडे...प्रदेशे.... जनपदे...नगरे... गोत्रोत्पन्न....श्रीमान .( पितामह)... (पिता)...पुत्रोऽहम् ( स्वयं का नाम)...अद्य प्रातः कालीन वेलायाम् सुख शांति समृद्धि हितार्थ, आत्मकल्याणार्थ,रोग,शोक,निवारणार्थ च यज्ञ कर्मकरणाय भवन्तम् वृणे
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