हेलो फ्रेंड्स वेलकम ऑल आफ यू इन और चैनल यह दुनिया द्रव्य से चलती है द्रव्य का मतलब है धन से और धन को प्राप्त करने का साधन धन ही है और धनु में सबसे बड़ा धन है ज्ञान का धन जानकारी का धन ज्ञान को ईंधन का मुख्य स्रोत माना गया है जिस प्रकार से पिता पुत्र को जन्म देता है उसी प्रकार से ज्ञान जो है धन को जन्म देता है धन को प्राप्त करने के साधन जो बताए गए हैं जैसा कि आप इंटरनेट पर बहुत सारी साइटों को देख सकते हैं जिसमें हजारों प्रकार के रास्ते बताए गए हैं धन को प्राप्त करने के लिए लोग ऐसा कर भी रहे हैं बहुत सारा धन कमाते हैं ऑनलाइन साइट के माध्यम से और तरह-तरह के तिकड़म और जालसाजी भरे कारनामों के द्वारा लोगों का ज्ञान आज के आधुनिक समय में धन को केंद्रित होकर विकसित हो रहा है यहां आज का आधुनिक ज्ञान चारों तरफ से घूम कर धन के पास ही जा रहा है जबकि ऋग्वेद में बताया गया है कि ज्ञान के द्वारा धन उत्पन्न होता है धन के द्वारा ज्ञान उत्पन्न नहीं होता इसलिए इस संसार में एक बहुत बड़ी समस्या खड़ी होती जा रही है जिसकी तरफ संसार के बड़े वैज्ञानिकों का बुद्धिजीवियों का ध्यान बिल्कुल नहीं जा रहा है वहां समस्या है कि लोग धन के आश्रित होते जा रहे हैं और धीरे-धीरे ज्ञान से मुक्त होते जा रहे ज्ञान का मतलब किसी प्रकार की जानकारी से नहीं है ज्ञान का मतलब यहां भी नहीं है कि धन कमाने का मार्ग ज्ञान बताता है ज्ञान का मतलब है आपके जीवन में आनंद सुख और शांति सुख और शांति के लिए आवश्यक है आपके जीवन में संयम संयम का अर्थ होता है कि आपके जीवन में अनुशासन और समय का पाबंद होना परम आवश्यक है जो व्यक्ति समय के पाबंद होते हैं वह व्यक्ति समय में अपने कार्य को और अपने जीवन के मुख्य लक्ष्य को प्राप्त कर लेते हैं यदि आप दुनिया के महान व्यक्तियों के जीवनी को अध्ययन करेंगे तो आप को ज्ञान होगा कि जिन्होंने दुनिया पर शासन किया वह कोई बहुत बड़े अमीर व्यक्ति प्रारंभ में नहीं थी लेकिन उन्होंने अपनी बुद्धि अपने कला कौशल और समय के प्रबंध से अपने को थोड़े समय में बहुत ज्यादा विकसित कर लिया और अपार धन संपदा के मालिक बन गए उदाहरण के लिए मैं आपको बता सकता हूं एलन मस्क आज जो बहुत बड़े अमीर आदमी हैं इनके पास प्रारंभ में बहुत अधिक पैसा नहीं था दूसरी उदाहरण के रूप में अमेजॉन के मालिक जो है यह भी बहुत ज्यादा धनी नहीं थे प्रारंभ में गूगल को बनाने वाली जो कंपनी है इनके जो मालिक से यहां भी प्रारंभ में बहुत अधिक धनी नहीं थे ऐसे ही हम बहुत सारे राष्ट्रपति जो हो चुके हैं हिटलर का नाम आपने सुना ही होगा हिटलर एक तानाशाह हुआ जर्मन का जिसने विश्व युद्ध को किया और उसमें वह लास्ट में तबाह हो गया लेकिन वह भी एक बहुत बड़ा अमीर नहीं था बहुत ही दलित गरीब घर में उत्पन्न लिया था अब्राहम लिंकन के बारे में तो आप जानते ही होंगे अब्राहम लिंकन भी बहुत गरीब आदमी थे अब्राहम लिंकन के जीवन की एक कहानी मुझे याद आती है वह इतने ज्यादा गरीब थे कि उनके पास कोई किताब नहीं थी और लिखने के लिए कोई स्पेल पेंसिल भी नहीं थी स्लेट नहीं थी इसलिए उनकी मां जो सौतेली मां थी और उन्हें कोयले से जमीन पर अक्षर ज्ञान कराती थी एक बार ऐसा होता है कि उनको एक बड़े किसान के यहां पर एक किताब दिखाई देती है जो उन्हें बहुत पसंद आती है और वह उस से उधार मांग कर पढ़ने के लिए अपने घर ले आते हैं लेकिन रात्रि में हर पढ़ने के बाद उसे रख देते हैं एक तरफ जहां पर बारिश की बूंदों के द्वारा वह किताब भीग जाती है और खराब हो जाती है जिसके बाद उस किताब का मालिक उनसे 3 दिन तक अपने खेतों में काम लेता है तो इस प्रकार से उन्होंने अपने जीवन में पहली किताब को प्राप्त किया तो हम यह कह सकते हैं कि धन कमाने के लिए हमारी संकल्प शक्ति होनी चाहिए हमारे पास सत्ता होनी चाहिए हमारे पास और ईमानदारी के साथ हम किसी भी काम को करें वह काम एकाग्रता पूर्ण हो और सतत हमें अपने काम में सुधार करना चाहिए एडिशन का नाम तो आपने सुना ही होगा एडिशन जो बार-बार असफल हुए और हजारों बार अपने जीवन में असफल हुए लेकिन अंत में उन्हें बड़ी सफलता मिली इससे हमें प्रेरणा मिलती है कि हमें कभी भी हार नहीं माननी चाहिए और हजार बार हार मानने पर भी हमें एक बार फिर से सफलता प्राप्त करने के लिए प्रयास अवश्य ही करना चाहिए आज के युग में सफलता प्राप्त करना बहुत आसान भी है और बहुत अधिक कठिन आसान इसलिए है क्योंकि जब आपको तकनीकी ज्ञान होगा और तरह-तरह की जो मॉडर्न चीजें आधुनिक चीजें हमारे समाज में उपलब्ध हैं जैसे कि कंप्यूटर मोबाइल इंटरनेट इन का सही उपयोग और इनको उपयोग करके धन को कमाने के लिए आप लोगों के जीवन को ऊंचा उठाने के लिए जब कार्य प्रारंभ करते हैं लोगों का सहयोग करते हैं और लोगों को आपके कार्य से संतुष्टि मिलती है और सहायता मिलती है तो वह भी लोग आपको किसी न किसी प्रकार से अप्रत्यक्ष रूप से सहायता करते हैं और उनकी सहायता के माध्यम से आपको किसी ने किसी प्रकार से धन मिलता है मान लीजिए एक अध्यापक है वह बहुत गरीब अध्यापक है उसके पास अपने जी उपार्जन के लिए साधन नहीं है लेकिन वह बच्चों को बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ और प्रेम से पढ़ाता है और वह कामना करता है कि बच्चे उसके पढ़े-लिखे बच्चे आगे समाज में अच्छा काम करें सद्गुणी हो उनके जीवन में नियम संयम हो ईमानदारी हो सत्यता हो वफादारी हो श्रद्धा हो भक्ति हो और अपने कर्म को उपासना की तरह करें जिस प्रकार से हम उपासना के माध्यम से परमेश्वर को प्राप्त कर लेते हैं उसी प्रकार से हम अपने किसी भी कार्य में श्रद्धा भक्ति आस्था उपासना और दृढ़ संकल्प के माध्यम से किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान कर सकते हैं और इस संसार में अपने लिए वहां स्थान बना सकते हैं जिसकी हम वास्तव में कामना करते है इसके लिए आवश्यक है कि हमें उन महान व्यक्तियों के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए जिन्होंने बहुत ही अपने जीवन में कष्टों को साकर भी अपने लिए इस संसार में एक बहुत बड़ा मुकाम को हासिल किया हमारी शिक्षा का मुख्य उद्देश्य यही है कि हमें वहां सिखाती है कि किस प्रकार से हम अपने जीवन की समस्या को समस्या ना मानकर एक समाधान के लिए रास्ता समझते हैं और उस समस्या का समाधान करते हैं मान लीजिए एक गरीब परिवार उस परिवार में दो लड़के हैं और दो लड़की एक लड़का जो है कमजोर है उसके पिता है पिता कमजोर हैं आर्थिक रूप से वहां कमाई करने में असफल हो जाते हैं और दूसरा लड़का जो है प्रयास करता है पुरुषार्थ करता है लेकिन उसे पर्याप्त सफलता नहीं मिलती लेकिन जो पहला लड़का होता है वह श्रद्धा के साथ अपने कार्य को करता है और कार्य को करने के बाद वह अपने जीवन में सफलता प्राप्त करता है सफलता से इसलिए नहीं प्राप्त करता क्योंकि वह अपने लिए करता है यह देवी उसके मन में ऐसी इच्छा होती है कि वह अपने भाई अपने पिता अपनी मां और अपने आने वाली पीढ़ी है जो बच्चे हैं उनके लिए सही सुविधा और सही साधन और आवश्यक वस्तुएं प्राप्त हो इसके लिए वह लोगों के कल्याण के लिए कार्य को करता है उसके अंदर जो कल्याण करने की भावना है वह उसे आत्मबल प्रदान करती है और इस आत्मबल के माध्यम से व दुर्गम से दुर्गम कठिन से कठिन परिस्थितियों को बड़ी आसानी से झेल जाता है और अंत में वह सफल होता है और सफल होना ही उसका यह प्रमाण है कि वह लोगों के लिए अपनों के लिए और स्वयं के लिए भी वह चीज प्राप्त करता है जिसकी वह कामना करता है संसार में धन प्राप्त करना बहुत बड़ी बात नहीं है धन के लिए संसार में जो दौड़ चल रही है की अंधी दौड़ और अज्ञान पूर्ण दौड़ है संसार का केंद्र जो है मानव आत्मा है और मानव आत्मा का विकास तभी होता है जब उसमें ईमानदारी सत्यता वफादारी श्रद्धा भक्ति और मानव जाति के कल्याण की भावना यदि आपके अंदर कल्याण की भावना मानव जाति के कल्याण की भावना लोगों की भावना लोगों के प्रति सेवा की भावना समाज के प्रति और समाज के विकास के प्रति अपने देश के प्रति अपने देश के विकास के प्रति और उन गरीब और असहाय लाचार लोगों को ऊपर उठाने की भावना नहीं थे आपके कार्य में वह कार्य कितना ही छोटा क्यों न हो लेकिन वह कार्य आपको ऐसी सफलता प्रदान करता है जो आपको इस मृत्युलोक में अमरता के बराबर सिद्ध होता है आपको याद रखना चाहिए कि आप जिसे भूमि के लाल हैं यहां भूमि ऋषि और महर्षि भूमि है इस भूमि पर ऐसे महान पुरुष हुए हैं जिन्होंने अपने जीवन का संपूर्ण सब कुछ त्याग कर मानवता के कल्याण के लिए मानव जाति के उत्थान के लिए और अपनी आने वाली जीवन के मुख्य स्रोत आत्मा के विकास के लिए ऐसे कठिन तपस्या को किया है जिसके माध्यम से उन्हें बहुत बड़ी-बड़ी सिद्धियां प्राप्त हुई है और उन सिद्धियों से ही आज का मानव चंद्रमा पर मंगल ग्रह पर और इस पृथ्वी पर तरह-तरह के अद्भुत और दिव्य साधनों को उपलब्ध करने में समर्थ हो पाया है आपने नाम सुना होगा शायद कणाद नाम के कृषि जिन्होंने वैशेषिक दर्शन का सृजन किया यहां दर्शन हमें बताता है कि परमाणु विज्ञान क्या है परमाणु की उपयोगिता क्या है क्या है और पृथ्वी पर कितने प्रकार के पदार्थ है और पदार्थ की उपयोगिता उपयोगिता और पदार्थ की तिथि क्या है पतंजलि का नाम आपने सुना होगा पतंजलि अर्थात जिन्होंने पत्ता और जल खाकर अपने जीवन का निर्वाह किया और उन्होंने योग दर्शन नामक बहुत ही विशाल और अद्भुत योग के ग्रंथ को रचा जिसके माध्यम से आज दुनिया में लोग बहुत बड़े आत्मिक सुख को प्राप्त करने में समर्थ हुए योग के माध्यम से सिर्फ आत्मा का ज्ञान ही मानव को प्राप्त नहीं होता यह देती वह मानव दूसरे मानव के लिए सहायक सिद्ध होता है और उसके फायदे में दया करुणा प्रेम और श्रद्धा अपनी जात के लिए सागर के समान उद्धृत रहती है क्लास जो कभी उनको बनकर आया करते थे और उन्होंने दर्शन को रचा आपने नाम सुना ही होगा श्रृंगी ऋषि का जिन्होंने देवताओं को दायित्वों से बचाने के लिए अपनी हड्डियों का दान कर दिया था और जिसके माध्यम से बज्र बनाया गया और उस बज्र से देवताओं का राजा इंद्र जो है देवता देवताओं को विजय किया और दायित्वों का पराजय आपने नाम सुना होगा राजा हरिश्चंद्र का हरिश्चंद्र एक ऐसे योगी राजा और संत और त्यागी पुरुष हुए जिन्होंने सत्य की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व त्याग कर दिया उनकी कहानी आज जो है हमारे शास्त्रों में भरी पड़ी है वह किसी न किसी प्रकार से हमें जो है प्रेरणा देती है राजा नल हुए जिन्होंने अपने सत्य की रक्षा के लिए अपना सब कुछ हार गए थे लेकिन उन्होंने अपनी श्रद्धा और संकल्प से और अपने जीवन में नियम और संयम से उन्होंने फिर अपने राज्य को प्राप्त किया राजा बलि का नाम आपने सुना ही होगा जिन्होंने एक बाज को बांस से कबूतर को बचाने के लिए अपने शरीर के मांस को काट काट कर चढ़ा दिया अंत में देवता प्रसन्न हुए और उन्हें मुक्त किया उन्हें सत्य और ज्ञान से पूर्ण किया तो जीवन सत्य और ज्ञान से पूर्ण तभी होता है हमारे ध्यान से सिर्फ हमें भौतिक वस्तुएं प्राप्त होती हैं भौतिक वस्तुएं हमें आत्मिक शांति प्रदान करने में पूर्णता असमर्थ हैं लेकिन भौतिक आवश्यकताएं हैं उसकी पूर्ति करने के लिए या भौतिक सामग्री बहुत ही आवश्यक है भौतिक सामग्री के बिना हमारे जीवन में हमें समाज में प्रतिष्ठा सम्मान और सुख सुविधा प्राप्त नहीं होती है सुख सुविधा प्राप्त करने के लिए भी हमें ज्ञान का आश्रय लेना पड़ता है क्योंकि ज्ञान हमें सुख सुविधा और प्रतिष्ठा देने में हमें सफल बनाता है ज्ञान का मतलब हमारी आत्मा से है हमारी आत्मा की शक्ति जब जागृत होती है तब हम में कुछ ऐसे अद्भुत परिवर्तन होते हैं जो साधारण सामान्य मनुष्य के जीवन में देखने को नहीं मिलते हैं और इस शक्ति को जागृत करने का सहज रास्ता है कि हम अपने जीवन में श्रद्धा आस्था और निरंतरता के साथ प्रेम के साथ अपने प्रति वफादारी के साथ किसी भी कार्य को करें कोई भी कार्य छोटा नहीं होता अधिकारी को अच्छी तरह से सुंदर तरह से व्यवस्थित तरह से किया जाएगा तो वह कार्य उसे उस स्तर तक पहुंचा देगा जहां पर स्वयं शंभू शिव महेश्वर गौरीशंकर शिखर पर विद्यमान ईश्वर हमारे सब के अंदर विद्यमान है और उस ईश्वर ने अपनी शक्ति का बहुत ही सा हम सब को दे रखा है हम सब जब उस ईश्वर से प्राप्त शक्ति का प्रयोग सही दिशा में करते हैं ईश्वर भी हमारी सहायता करता है और इस प्रकार से हम संसार की सभी समस्याओं से पार हो जाते हैं और हम अपने जीवन के परम उद्देश्य को प्राप्त करते हैं हमारे जीवन का परम उद्देश्य है कि हम लौकिक और पारलौकिक दोनों प्रकार के अवसर को प्राप्त करें ऐश्वर्या अर्थात प्रमाण थी और बहुत ही भौतिक जब कहा जाता है तो वहां पर इसका मतलब है कि संसार की प्रत्येक प्रकार की सुख सुविधाएं और जब आध्यात्मिक बात होती है तो अपनी आत्मा के आनंद की बात होती है तो आत्मा के आनंद को प्राप्त करने के लिए साधन जो बताया गया है वह बताया गया है तन मन से स्वस्थ रहना और तन मन से स्वस्थ रहने के लिए हमें ईश्वर प्रदत्त शक्ति का अपने जीवन में उपयोग करना चाहिए सबसे बड़ी शक्ति जो हमें प्राप्त होती है हमारे भोजन से वह है वीर्य वीर्य रक्षा से हमारी शरीर मजबूत होती है और मजबूत होती हमारा मन मस्तिष्क पूर्ण रूप से विकसित होता है और जो हमारा मन पूर्ण रूप से विकसित होता है तो हम किसी भी जटिल से जटिल समस्या का समाधान करने में बड़े ही आसानी से सहायता से सफलता को प्राप्त करने में सिद्धहस्त हो जाते हैं सिर्फ अपने ही नहीं अपने परिवार की समस्याओं के समाधान के लिए अपने समाज की समस्याओं के समाधान के लिए अपने देश की समस्या के समाधान के लिए यहां तक संपूर्ण विश्व की समस्या के समाधान के लिए हम तैयार हो जाते हैं हम एक साधारण मानव जो कहीं एक छोटे से कमरे में रहता है और जिसे कोई नहीं जानता लेकिन एक समय ऐसा आता है कि वह वैश्विक पटल पर विद्यमान हो जाता है और विश्व के बड़े-बड़े धुरंधर विद्वान धनी मानी योगी साधु संत ऋषि महर्षि और दिव्य पुरुष है उनसे सलाह लेते हैं और उनका मूल कारण है क्योंकि उनके पास ऐसा कुछ विशेष ज्ञान होता है और विशेष ज्ञान जो उन्होंने अपने संयम और ईश्वर की प्रेरणा से और अपनी साधना से प्राप्त किया है तो मित्रों मेरा कहने का तात्पर्य सिर्फ इतना है कि आप किसी भी कार्य को छोटा ना समझें और उस कार्य को नेता के साथ सत्यता के साथ ईमानदारी के साथ और श्रद्धा के साथ करें और समाज का संसार का देश का नेतृत्व करने का सामर्थ जो आप में है उसको पूर्ण रूप से प्रकट कीजिए जैसे नेता शिवा ईश्वर वह ईश्वर कैसे नेता बना क्योंकि उसके अंदर जो सद्गुण था उसका जो तथा उसका जो संयम था उसका जो योग था उसका संकल्प था उसे उसे महान बनाता है इस प्रकार से हमें भी महान हमारा संकल्प हमारी श्रद्धा और हमारी समझ बनाती है अपनी समझ को विकसित करें ज्ञान कार्जन करें और ज्ञान के अर्जुन के माध्यम से यह हम धन का अर्जन करने में समर्थ होते हैं आशा करता हूं कि हमारा यह छोटा सा प्रयास आपके जीवन में नए सफलता के द्वार को खोलेगा और आपकी समस्याओं का समाधान करने में थोड़ा उपयोगी सिद्ध होगा धन्यवाद
0 Comments
If you have any Misunderstanding Please let me know