योनिमन्ये प्रपद्यन्ते शरीरत्वाय देहिनः। स्थाणुमन्येऽनुसंयन्ति यथाकर्म यथाश्रुतम् ॥
॥ लिप्यन्तरणम् ॥
yonimanye prapadyante śarīratvāya dehinaḥ | sthāṇumanye'nusaṁyanti yathākarma yathāśrutam ||
॥ अन्वयः ॥
यथाकर्म यथाश्रुतम् अन्ये देहिनः शरीरत्व्याय योनिं प्रपद्यन्ते। अन्य स्थाणुम् अनुसयन्ति ॥
॥ अन्वयलिप्यन्तरणम् ॥
yathākarma yathāśrutam anye dehinaḥ śarīratvyāya yoniṁ prapadyante| anya sthāṇum anusayanti ||
॥ सुबोधिनीभाष्यम् - गोपालानन्दस्वामिरचितम् ॥
[ जीवानां यथाकर्म जन्मप्राप्तिः ]
योनिमन्ये प्रपद्यन्ते शरीरित्वाय देहिनः ।
स्थाणुमन्येऽनुयन्ति यथाकर्म यथाश्रुतम् ॥७॥
अन्ये देहिनः - ये पुनर्ब्रह्मविज्ञानविधुरा देहारम्भककर्मसम्पन्नास्ते केचन योनिं प्रपद्यन्ते - अहो दुस्सहमेतत्तगर्भवासादिदुःखम् । कस्मै फलाय प्रपद्यन्ते ? शरीरित्वाय - वियुज्य शरीरादेकस्मात् पुनः शरीरान्तरसम्पत्तये । अहो महानयं क्लेशो मरणजननचक्रके भ्राम्यमाणानामेषाम् । अपरे च पापिष्ठतराः वृक्षादिस्थावरवर्गं प्रपद्यन्ते यथाकर्म यथाश्रुतम् । तदेवमत्यन्तदुःखाकरं संसारं विजानन्को वा न त्वरेत ब्रह्मविज्ञानायेति भावः ॥७॥
॥ आङ्गल-अर्थः ॥
For some enter a womb to the embodying of the Spirit and others follow after the Immovable; according to their deeds is their goal and after the measure of their revealed knowledge.
॥ हिन्दी-अर्थः ॥
''कारण, कुछ 'आत्मा' (देही) के शरीर धारण करने के लिए किसी गर्भ (योनि) में प्रवेश करते हैं; अन्य 'अचल'-स्वरूप परमात्मा, 'स्थाणु' का अनुसरण करते हैं; सभी का गन्तव्य उनके कर्म तथा श्रुतबोध (प्रकट ज्ञान) के अनुसार होता है।
॥ शब्दावली ॥
यथाकर्म - yathākarma - according to their deeds
यथाश्रुतम् - yathāśrutam - according to the measure of their revealed knowledge
अन्ये - anye - some and
देहिनः - dehinaḥ - of the Spirit
शरीरत्व्याय - śarīratvyāya - to the embodying
योनिम् - yonim - a womb
प्रपद्यन्ते - prapadyante - enter
अन्ये - anye - others
स्थाणुम् - sthāṇum - the Immovable
अनुसयन्ति - anusayanti - follow after
॥ अथ उपनिषद् ॥

0 टिप्पणियाँ
If you have any Misunderstanding Please let me know