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मधुबाला दिलीपकुमार

हिंदी सिनेमा के शुरूआती दौर के दो बहुत बड़े स्टार थे दिलीप कुमार और मधुबाला। दोनों पर ही लाखों लोग फिदा थे। जहां दिलीप कुमार की शख्सियत पर उस दौर में देश और दुनिया की लाखों लड़कियां जान छिड़कती थी तो वहीं मधुबाला की खूबसूरत मुस्कान से ना जाने कितने लड़कों के दिल पिघल जाया करते थे। 

साल 1951 में पहली दफा फिल्म तराना के सेट पर दोनों ने एक-दूजे को देखा था और पहली ही नज़र में ये दोनों एक-दूजे को दिल भी दे बैठे थे। लेकिन 9 सालों के खूबसूरत सफर के बाद जब दिलीप कुमार और मधुबाला का रिश्ता टूटा तो इस रिश्ते के टूटने की टीस ने मधुबाला को जैसे जीते जी मार दिया।

किस्सा टीवी आज आपको दिलीप कुमार और मधुबाला की  प्रेम कहानी से रूबरू कराएगा। हम जानेंगे कि क्यों दिलीप कुमार ने अदालत में मधुबाला के खिलाफ गवाही दी जिससे ये रिश्ता खत्म हो गया और आखिर क्यों दिलीप कुमार को इस बात का कभी अफसोस नहीं हुआ कि उन्होंने अपनी ही मुहब्बत के खिलाफ अदालत में गवाही दी।

फिल्म तराना के सेट पर मधुबाला ने जब दिलीप कुमार को देखा था तो वो उनकी शख्सियत पर बेहद फिदा हुई थी। शर्मीले दिलीप कुमार का हर अंदाज़ उन्हें पसंद आ रहा था। वहीं दिलीप कुमार भी दिल ही दिल में मधुबाला को पसंद करने लगे थे। लेकिन वो मधुबाला से अपने इश्क का इज़हार नहीं कर पाए। 

मधुबाला को जब ये अहसास हुआ कि दिलीप भी उन्हें पसंद करते हैं लेकिन शर्म की वजह से उन्हें बता नहीं पा रहे हैं तो मधुबाला ने खुद पहल की और एक गुलाब के फूल के साथ अपने इश्क का गवाह बनाकर एक खत दिलीप साहब को भेजा। इसके बाद तो इस जोड़े का इश्क ऐसा परवान चढ़ा कि हर कोई कहने लगा,"ये दोनों तो बने ही एक दूजे के लिए हैं।"

अब आपके ज़ेहन में ये सवाल उठने लगा होगा कि अगर इनकी जोड़ी इतनी ही खूबसूरत और हरदिल अजीज़ थी तो फिर इन दोनों का रिश्ता टूटा कैसे? कैसे ये दोनों शादी नहीं कर सके और कैसे हमेशा के लिए अलग हो गए। मधुबाला और दिलीप कुमार का रिश्ता टूटने के पीछे कई वजहें बताई जाती हैं। तो पहले आप वो मुख्य वजह जान लीजिए जिसकी वजह से वाकई में इस जोड़े के बीच में दरार पड़ी थी। ये वाक्या है फिल्म नया दौर की शूटिंग के दौरान का। 

फिल्म की शूटिंग आउटडोर थी और पूरी यूनिट को शूटिंग के लिए मध्य प्रदेश जाना था। मधुबाला के पिता अताउल्ला खान इसके लिए राज़ी नहीं हुए। अताउल्ला खान के बारे में वैसे भी कहा जाता है कि वो दिलीप कुमार को पसंद नहीं करते थे। वो नहीं चाहते थे कि दिलीप कुमार और मधुबाला के बीच में किसी भी तरह की नज़दीकियां हों। उन्हें डर था कि अगर दिलीप कुमार और मधुबाला शूटिंग के लिए मध्य प्रदेश गए तो उनके बीच में नज़दीकियां बढ़ने लगेंगी और उनका रिश्ता और ज़्यादा गहरा हो जाएगा। अताउल्ला खान ने मधुबाला को बाहर भेजने से साफ इन्कार कर दिया।

मधुबाला के पिता ने जब मधुबाला को शूटिंग के लिए मध्य प्रदेश भेजने से साफ इन्कार कर दिया तो फिल्म के प्रोड्यूसर-डायरेक्टर बीआर चोपड़ा ने उन्हें मनाने की कोशिश की। लेकिन अताउल्ला खान अपनी ज़िद पर अड़े रहे और कहने लगे कि फिल्म की शूटिंग यहीं बंबई में पूरी करो। हारकर बीआर चोपड़ा ने मधुबाला को हटाकर वैजयंती माला को फिल्म में बतौर हिरोइन ले लिया। 

अताउल्ला खान बीआर चोपड़ा के इस कदम से इतना नाराज़ हुए कि उन्होंने बीआर चोपड़ा के खिलाफ मुकदमा कर दिया। मामला कोर्ट पहुंचा और इसी के साथ दिलीप कुमार और मधुबाला की प्रेम कहानी भी कोर्ट पहुंच गई। दिलीप कुमार ने अदालत में बीआर चोपड़ा के पक्ष में और मधुबाला और उनके पिता के खिलाफ गवाही दी। और इसी बात से मधुबाला का दिल बुरी तरह से टूट गया। मधुबाला इस बात से इतनी आहत हुई कि उन्होंने दिलीप कुमार से अपना रिश्ता हमेशा के लिए खत्म करने का फैसला कर लिया।

दिलीप कुमार और मधुबाला के रिश्ते पर बात करते हुए एक दफा उनकी बहन मधुर भूषण ने भी काफी कुछ बताया था। मधुर ने कहा था,"मेरे अब्बा को दिलीप भाई जान और मधू आपा का रिश्ता टूटने का ज़िम्मेदार बताया जाता है। लेकिन ये सरासर गलत है। मेरे अब्बा को दिलीप भाईजान से मधू आपा के रिश्ते को लेकर ज़रा भी ऐतराज़ नहीं था। एक दफा तो खुद दिलीप भाई की बड़ी बहन चुन्नी लेकर हमारे घर आई थी और दिलीप भाई और मधू आपा का रिश्ता तय कर गई थी। 

खुद दिलीप भाई कई दफा हमारे घर आया करते थे। उन्होंने तो मुझे स्कूल ड्रैस में भी देखा था। दिलीप भाई हमेशा हम बच्चों से बड़ी ही तमीज़ से बात किया करते थे। वो हमें आप कहकर पुकारते थे। दिलीप भाई और मधू आपा अक्सर लॉन्ग ड्राइव पर जाते थे। कई दफा तो वो दोनों हमारे घर पर ही घंटों बैठकर बातें किया करते थे। सच कहूं तो दिलीप भाई और मधू आपा को देखकर लगता था कि ये दोनों बने ही एक-दूजे के लिए हैं।" 

मेरे अब्बा को ऐतराज़ था तो इस बात का कि नया दौर की आउटडोर शूटिंग के लिए मध्य प्रदेश में जिस जगह को चुना गया था वो उन्हें पसंद नहीं आ रही थी। उनकी फिक्र भी जायज़ थी। नया दौर से पहले उसी लोकेशन पर ही एक्ट्रेस जबीन जलील एक फिल्म की शूटिंग के लिए गई थी। वहां एक भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था और उनके कपड़े तक फाड़ दिए थे। मेरे अब्बा पर आरोप लगाया गया कि वो मधु आपा को शूटिंग के लिए बाहर नहीं जाने देते। जबकी मधू आपा महाबलेश्वर, हैदराबाद और कई दूसरी जगहों पर शूटिंग के लिए जा चुकी थी। मेरे अब्बा का कहना था कि लोकेशन अगर बदल दी जाए तो फिर उन्हें कोई ऐतराज़ नहीं है।

दिलीप भाई ने अदालत में मेरे अब्बा को तानाशाह कहा और बीआर चोपड़ा का पक्ष लिया। यहीं से उनके और मधू आपा के बीच दरारें पड़ गई थी। मधू आपा को बेहद बुरा लगा था क्योंकि वो पापा को अच्छी तरह से जानती थी। अदालत की उस घटना के बाद मधू आपा ने दिलीप भाई के साथ रिश्ता फिर से सुधारने की कोशिश की थी। उन्होंने दिलीप भाई से कहा था कि तुम बस एक दफा अब्बा से माफी मांग लो। या कम से कम उन्हें गले लगा लो। लेकिन दिलीप भाई नहीं माने। और इस तरह मधू आपा और दिलीप भाई का रिश्ता खत्म हो गया। बल्कि मैं तो कहूंगी कि दिलीप भाई की ज़िद की वजह से नौ साल पुराना उनका और मधू आपा का रिश्ता हमेशा के लिए खत्म हो गया।"

मधुबाला और अपने रिश्ते के बारे में दिलीप कुमार ने भी अपनी ऑटो बायोग्राफी "Dilip Kumar: The Substance And The Shadow" में बात की है। दिलीप कुमार ने बताया, "मैं और मधुबाला शायद साथ होते। लेकिन उनके अब्बा अताउल्ला खान की महत्वकांक्षा हमारे रिश्ते पर भारी पड़ी। दरअसल, मधूबाला के पिता की खुद भी फिल्म प्रोडक्शन कंपनी थी। 

हम दोनों के रिश्ते से वो इसिलिए खुश थे क्योंकि उन्हें दिख रहा था कि अब उनके पास जल्द ही दो बहुत बड़े स्टार होंगे। लेकिन मैं नहीं चाहता था कि कोई मेरे करियर को अपने हिसाब से चलाए। ये बात सच है कि मैं मधू को बेहद पसंद करता था। एक कलाकार के तौर पर भी और एक इंसान के तौर पर भी। मधू बेहद उत्साही और ज़िंदादिल इंसान थी। मुगले आज़म की शूटिंग जब शुरू हुई थी तब हम दोनों का रिश्ता बहुत अच्छा चल रहा था। लेकिन उस फिल्म की शूटिंग बेहिसाब लंबी चली।"

"मधू ने के.आसिफ को बताया था कि वो मुझे चाहती हैं। आसिफ ने भी मेरे प्रति मधू की चाहत को एकदम जायज़ बताया था। लेकिन मुगले आज़म के दौरान ही मीडिया में मेरे और मधू के रिश्ते को लेकर गॉसिप्स होने लगी। और इसी दौरान नया दौर वाला वो वाकया भी हो गया था जिसके बाद मेरे और मधू के रिश्ते तल्ख हो गए थे। मुगले आज़म की आधी शूटिंग होने तक हम दोनों के बीच बातचीत खत्म हो चुकी थी। उस फिल्म का फैदर सीन, जिसमें मधू की एक्टिंग के लोग दीवाने हो गए थे उसे शूट करते वक्त भी हमारे बीच बातचीत बंद थी। लेकिन प्रोफेशनल लेवल पर हम बात किया ही करते थे"

मधुबाला और दिलीप कुमार ने तराना, संगदिल, अमर और मुगले आज़म में साथ काम किया था। मुगले आज़म के बाद ये जोड़ी फिर कभी किसी फिल्म में साथ नज़र नहीं आई। दिलीप कुमार अपनी ज़िंदगी में आगे बढ़ गए और मधुबाला अपनी दिल की बीमारी की वजह से बीमार रहने लगी। सालों बाद जब सायरा बानो संग दिलीप कुमार की शादी हुई तो मधुबाला को बड़ा दुख हुआ। 

लेकिन वो खुश थी कि दिलीप कुमार एक बेहद खूबसूरत लड़की से शादी कर रहे हैं और वो लड़की भी उन्हें दिलो जान से चाहती है। बाद में मधुबाला ने किशोर कुमार से शादी कर ली। किशोर उन्हें इलाज के लिए लंदन लेकर गए। लेकिन बचपन से ही अपने दिल में छेद लेकर ज़िंदगी जी रही मधुबाला को नहीं बचाया जा सका। 23 फरवरी 1969 को महज़ 36 साल की उम्र में मधुबाला ने दुनिया को अलविदा कह दिया। #Madhubala #DilipKumar

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