मैं तुम सब की आत्मा अनंत अंतर्यामी हूं।
मैं ही सब में सर्व श्रेष्ठ हूं- Yjur-Veda
मैं गुरुओं का भी गुरु हूं- Rig-Veda
मैं वायु के समान संसार रूप शरीर में प्राण हूं- Rig-Veda
मैं तुम सब का अमृत हूं- Rig -Veda
मैं ही तुम सब का पिता हूं- Rig-Veda
मैं तुम्हारा शासक हूं- Rig Veda
मैं तुम्हारे समीप ही हूं- Rig Veda
मैं ही अंगों का रस अङ्गिरस हूं-Rig Veda
मैं ही सत्या का रक्षक हूं- Rig Veda
मैं ही सभी ऐश्वर्यों का पर ऐश्वर्य रूप परम धन हूं Rigved
I Am
Ancestor of all Ancestors -Rigved - मैं
ऋषियों का पुर्वज हूं
0 Comments
If you have any Misunderstanding Please let me know